Ashwagandha सोंच से भी ज्यादा फायदेमंद लेकिन सावधान / कौन खाये और कौन न खाये

 

Ashwagandha सोंच से भी ज्यादा फायदेमंद लेकिन सावधान / कौन खाये और कौन खाये!

 

अश्वगंधा सबसे प्रभावित जड़ीबूटियों में से एक है।  जिसका टॉनिक के रूप में प्रयोग किया जाता है। जो की कई सारी बीमारियों से बचने के साथ साथ शरीर को अंदर से ताकत प्रदान करने का काम करता यह लेकिन इसका सही फायदा मिलने के लिए इसे खाने का सही तरिके का भी पता होना जरुरी होता है।  इसलिए इस लेख में आप को

> अश्वगंधा  क्या है ?

> कब,कैसे और कितना इस्तेमाल करना चाहिए ?

> इसके फायदे और नुकसान क्या है ?

> कौन खाय और कौन न खाए ?

> किन बातो का खायल रखना चाहिए ?

> ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से कोई नुकसान भी हो सकता है ?

अश्वगंधा  शरीर के हॉर्मोन्स को नियंत्रित करने में काम आता है।  anxiety , depression को दूर करने के साथ साथ नीँद को दूर करने , दिमाग की शक्ति को तेज करने , आप के मूड को तारो तजा रखने और ब्लड शुगर को काम करने काम करता है।  testosterone जैसे हॉर्मोन्स को बनता यही जिससे की शरीर में मॉस को बड़ाने और बड़ी हुए चर्बी को काम करने में शक्ति मिलती है।  खासकर मर्दो के लिए अश्वगंधा  बहुत ही फायदे मंद है।

अश्वगंधा में क्या है – अकसर लोग कहते है की अश्वगंधा  के ऐसा क्या है जो शरीर में इतने फायदे देता है। अश्वगंधा एक पौधे के रूप में होता है।  इसके जड़ को सुख कर इसका powder , capsules रूप में प्रयोग अति है।  वैसे तो अश्वगंधा  में कई तरह के Minimals , Antioxidants पाए जाते है।  इसकी सबसे अच्छी बात तो है यही की यह Adaptogen की शेरीन में आता है और Adaptogen उसे कहते है जो शरीर में आए असंतुलन को फिर से संतुलित करने का काम करती है। यह बात तो सबको पता है तनाव और परेशानी का होना सभी बीमारियों का जड़ होता है।  चलिए जानते है स्किन से जुड़ी कोई समर्य हो , बालो की समस्या हो या शारीरिक या मानसिक समस्या , रातो को जल्दी नीद न आना और कई तरीके की बीमारियों को बात से बतर बनाने के लिए तनाव और परेशानी सबसे बड़ा कारण है।  और उसी तनाव को अश्वगंधा बहुत ही बेहतर तरीके से कंट्रोल करने का काम करता है।  जिससे उलझा हुआ दिमाग सही तरीके से काम करने और शरीर अपने आप में ठीक होने लगता है।  यही वहजा है की अश्वगंधा को शरीर के लिए इतना फायदे मंद मन गया है।

अब बात यह करते है की अश्वगंधा का पाउडर , capsules का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए।  अश्वगंधा दोनों ही तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।  लेकिन पाउडर के रूप में ज्यादा भेहेतर विकल्प हो सकता है।  क्युकी अश्वगंधा बहुत ही आसानी से पाउडर में बदला जा सकता है।  capsule से रूप में बनाने के लिए कई सरे तरीके से गुजरना परता है।  इसलिए capsule के मुताबिक पाउडर ज्यादा वास्तव पाया जाता है हलाकि कंपनी के मन में खोट होतो वह पाउडर में भी मिलावट कर सकते है।  इसलिए किसे सस्ते में पीछे न जाकर इसकी अच्छी सामग्री का दियन रखना चाहिए।  अश्वगंधा  को किस के साथ खाना चाहिए – रात को देशी दूध के साथ हल्का गर्म करके पीना चाहिए।  इसे इस्तेमाल करने से सबसे ज्यादा फायदा मिल सकता है।  इसे भेहेस के दूध के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है।  अगर वो दूध भी न मिले तो ऐसे हलके गर्म पानी के साथ भी पिया जा सकता है।  इसके स्वाद को बेहतर बनाने के लिए थोड़ा सा मिश्री या शुद्ध शहद मिला कर पी सकते है।  अगर आप को शुद्ध शहद न मिले तो आप कैसे साथ भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।  दोनों में से किसी एक के साथ ही करना चाइये।

अश्वगंधा का कब प्रयोग किया जाना चाहिए – खाना से दो घंटे बाद और सोने से एक घंटे पहले कहना चाहिए।  लेकिन इस तरह खाना आप के संभव न हो तो खाना  खाने एक से डेर घंटे पहले कहना चाहिए। अगर आप इसे सुबहे नास्ता से एक घंटे पहले या फर खाने के दो घंटे बाद इसका सेवन कर सकते है।  अगर कोई व्यक्ति व्याम करता है तो उसे अश्वगंधा को प्रोटीन शेक के रूप में लेनी चाहिए।

अश्वगंधा को कब पीना चाहिए – अश्वगंधा  पुरे  दिन में एक बार ही इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन जो व्याम करते है उनको दो बार पीने की अनुमति दी जा सकती है।  और साथ ही अश्वगंधा तासीर में गर्म होने की वजहसे इसकी थोड़ी ही मात्रा से प्रयोग करनी चाहिए।  अगर आप इसका पहली बार प्रयोग कर रहे है तो एक छोटा चमच अश्वगंधा पाउडर का ही सेवन पर्याप्त हो जाता है।  अगर आप औरत है तो और साथ में व्याम भी करते है तो 1/4 ही शुरवात करनी चाहिए।  धिरे धीरे इसकी मात्रा बड़ी जा सकती है।

किन लोगो को अश्वगंधा का प्रयोग नहीं करना चाहिए – जिनके पेट में अल्सर की परेशानी और गर्म महसूर होता है उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।  अश्वगंधा दवाइयों से साथ गलत असर करती है।  इसलिए जो कोई पहले से ही कोई देवी का सेवन करते है उन को किसी अच्छे डॉक्टर की सलह से ही अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए।  इसके आलावा जिन लोगो को लौ ब्लड पेरशार की समस्या है उनको भी अश्वगंधा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्युकी अश्वगंधा ब्लड पैसर को काम करने का काम करता है।  अश्वगंधा ज्यादा ब्लड प्रेशर की लिए अच्छा होता है मगर काम ब्लड प्रेशर के लिए अच्छा नहीं होता।  जो महिलाए गर्वती है और जिनके बच्चे दूध पीते है उन को भी अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।  और जिन औरतो में हॉर्मोन्स से जुड़ी ऐसी समस्या है – PCOS और PCOD इस के मात्रा बड़ जाती है उनको अश्वगंधा का सेवन बिना डॉक्टर के सहला के नहीं करना चाहिए।  वार्ना इसकी परेशानी बड़ सकती है।  ARTHRITIS, THYROID और PSORIASIS इस सब बीमारियों में अश्वगंधा कभी कभी उल्टा काम करने लगता है।  हलाकि सब में ऐसा नहीं होता।  फर भी इसका प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सहला लेनी चाहिए।

अश्वगंधा को ज्यादा इस्तेमाल करने से कोई परेशानी हो सकती है – कभी भी अश्वगंधा का ज्यादा मात्रा में प्रयोग नहीं करना चाहिए।  क्युकी यह बहुत ही असरदार जड़ीबूटी होने के कारण इसका अधिक मात्रा में इस्तेमा करने से दस्त , लू और कई इसे बीमारी शुरू हो सकती है।

अश्वगंधा का इस्तेमाल करने पर कोन कोन से बातो का ख्याल रखना चाहिए – अश्वगंधा सिर्फ परिशानी को काम करता है उसे ख़तम नहीं करता।  इसलिए अश्वगंधा का इस्तेमाल करने के साथ साथ आप को अपनी उन आदतों को भी कंट्रोल करना चाहिए जो परेशानी को बरने का करन बनता है।  अश्वगंधा तासीर में गर्म और सुषम होता है।  इसलिए पुरे दिन में खाए जाने वाले खाने में रसेदार खाने को जरूर शामिल करना चाहिए।  और सही मात्रा में पानी पीने का भी धियान रखना चाहिए।

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