केंद्र सरकार ने बताया , कब से आएगी कोरोना की तीसरी लहर, डॉक्टरों – कर्मचारियों समेत कई चीजों की पड़ सकती है जरूरत !
Corona Virus बीमारी की तीसरी लहर की पीक अक्टूबर के आसपास आ सकती है। इस बात का दावा केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत National Institute of Disaster Management की एक रिपोर्ट में किया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को सौंपी गई इस रिपोर्ट में डॉक्टरों, कर्मचारियों और वेंटिलेटर और एम्बुलेंस जैसे उपकरणों के सहित बाल चिकित्सा सुविधाओं की गंभीर आवश्यकता के बारे में बात की है.
NIDM की इस रिपोर्ट में रॉयटर्स का हवाला देते हुए कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर 15 जुलाई को भारत में आ सकती है और 13 अक्टूबर तक रहेगी. क्या कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट तीसरी लहर का जरिया बनेगा, इस बारे में रिपोर्ट में बताया गया है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट B.1.617.2 के म्यूटेशन से बना है। B.1.617.2 कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था।
क्या डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है Delta Plus Variants?
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात के पक्के सबूत नहीं है कि Delta Plus Variants Delta Variants से ज्यादा खतरनाक है. 2 अगस्त 2021 तक इस वेरिएंट के 16 राज्यों 70 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस बात के कोई बायोलॉजिकल सबूत नहीं है कि Dose और Dose प्लस वेरिएंट बड़ों से ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगा।
इससे पहले कानपुर आईआईटी के सीनियर वैज्ञानिक ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से ही इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि तीसरी लहर आने की गुंजाइश न के बराबर है. उनका कहना है कि देश में इतने बड़े स्तर पर Corona Vaccination किया जा रहा है कि तीसरी लहर का खतरा नहीं दिख रहा है. प्रो. अग्रवाल ने गणितीय सूत्र मॉडल के आधार पर यह स्टडी जारी की है.
Senior Scientist Padmashree Manindra Agarwal (IIT Senior Scientist) का कहना है कि लगातार हो रहे वैक्सीनेशन की वजह से संक्रमण कम हो रहा है. यूपी, दिल्ली और बिहार में कोरोना के बहुत ही कम मामले हैं. इसीलिए तीसरी लहर का खतरा न के बराबर ही है. आईआईटी वैज्ञानिक की स्टडी के मुताबिक अक्टूबर महीने तक देश में Corona Active Cases 15 हजार के करीब रहेंगे। उनका कहना है कि केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और असम से लगातार संक्रमण के मामले सामने आते रहेंगे।