Essay on swachh Bharat in Hindi

  Essay on swachh Bharat in Hindi

        स्वच्छ भारत अभियान

संकेत बिंदु:-

  • भूमिका
  • स्वच्छता अभियान की आव्यशकतास्वच्छता अभियान की आव्यशकता
  • स्वच्छ भारत की अभियान
  • उपसंहार

भूमिका:-  स्वास्थ्य और स्वच्छता का  सम्बंध बिलकुल घनिष्ठ है। जो हम ये बताता है की हमें अपने आस – पास स्वच्छता रकना अति आवश्यक है और अत्यंत महत्व पूर्ण भी। और जहाँ स्वच्छता रहती है वही लोग स्वस्थ रहतें हैं अन्यथा बीमार वही होते जो अस्वच्छता और गन्दगी में रहते हैं। जो यह दर्शाता है की स्वच्छता स्वस्थ्य के लिए सबसे आवयशक है।  यह भी देखा गया है जहा स्वच्छता होती है वह शांति, शिक्षा, निष्ठां ज़्यादा होता है।

स्वच्छ अभियान की आवश्यकता:- जैसे – जैसे जनसंख्या की रफ़्तार दिन – प्रतिदिन बढ़ रही हैं उसे तरह प्लास्टिक एवं अन्य हानिकारक प्रदार्थ का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है जो जीव  जन्तुओ के लिए हानिकारक है और साथ ही साथ पर्यावरण को भी बहुत नुक्सान पहुंचता है। नदी, नाले और समुन्द्र का पानी सब कुछ गन्दा हो गया है। क्यूंकि साफ़ सफाई का काम लोगों को निम्न सतर का लगता है और लोगों को अपने आस – पास स्वच्छता रखने में बहुत परेशानी होती है।आज लगभग हर एक वस्तुओं  की पैकिंग में प्लास्टिक का प्रयोग किया जाता है, लोगों को हर सामान के साथ प्लास्टिक की थैली चाहिए ही होती हैं, लोग कही भी कूड़ा-कचड़ा फ़ेंक देते हैं, नर तोह कही – भी और कभी – भी पैशाब करने लगते है और अगर लोगो की सोंच में अपनी जगह साफ रखनी भी थी तो दूसरो के घर के बाहर कूड़ा फ़ेंक देते थे जिस कारण गलियों में कूड़े – कचड़े का अम्बार लगा रहता था।आज लगभग हर एक वस्तुओं  की पैकिंग में प्लास्टिक का प्रयोग किया जाता है, लोगों को हर सामान के साथ प्लास्टिक की थैली चाहिए ही होती हैं, लोग कही भी कूड़ा-कचड़ा फ़ेंक देते हैं, नर तोह कही – भी और कभी – भी पैशाब करने लगते है और अगर लोगो की सोंच में अपनी जगह साफ रखनी भी थी तो दूसरो के घर के बाहर कूड़ा फ़ेंक देते थे जिस कारण गलियों में कूड़े – कचड़े का अम्बार लगा रहता था। जिस कारण  भारत देश को एक स्वच्छता क्रांति लानी पड़ी और जिसे हम स्वच्छ भारत अभियान के नाम से जानते है। स्वच्छ भारत अभियान – भारत में स्वच्छता को बढ़वा देने के लिए तथा  इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत सरकार ने 02 अक्टूबर, 2014 जिस दिन भारत के राष्ट्रीयपिता मोहनदास करमचंद गाँधी जी की जन्म तिथि पर इस क्रान्तिकार अभियान की शुरुआत की और इस अभियान का नाम स्वच्छ भारत अभियान रखा गया।  जिस अभियान की मदद से आज लगभग पूरा देश स्वच्छ हो गया है और देश की हरियाली भी लौट रही है। उपसंहार:-  भारत को स्वच्छ भारत अभियान की अति आव्यशकता थी और आगे भी रहेगी। परन्तु लोगों आम लोगो ये समझना पड़ेगा की स्वच्छता के बिना सेहत नहीं और सेहत के बिना जीवन नहीं। और सेहत को सुरक्षित रखने के लिए स्वच्छता रखना आवयश्यक है। भारत सरकार  ने इस अभियान को आगे बढ़ने के लिए कई सारे नामी ग्रामी लोगों को आमंत्रित किया जिन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को जोरो – शोरो से आगे बढ़ाया और अभियान को सफलता दिलाई।