Mishri Benefits 2021 खाने के चमत्कारिक फायदे
मिश्री के चमत्कारी गुणों ऐसे कई लोग है जो शक्कर और इससे बने फ़ूड आइटम्स खाने से परहेज करते है क्योकि इसे बनाने में कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल होता है लेकिन वही मिश्री हमारी सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है आयुवैदिक डॉ.हैं में से बहुत लोग मिश्री यानि रॉक शुगर को माउथ फ्रेशनर के तोर पर इस्तेमाल करते है कई भरतीय रेस्ट्रोरेंट में इसे भोजन के बाद सौंफ के साथ परोसा जाता है मंदिरो में भी मिश्री को प्रसाद के तोर पर चढ़ाया जाता है
मिश्री वो मिठास है जो भगवान श्री कृष्ण को भी माखने के साथ भोग लगाया जाता है लेकिन क्या आप जानते है की रॉक शुगर के कई स्वास्थ्य लाभ है आज हम आपको मिश्री के कई स्वस्थ्य लाभों के बारे में जानकारी दे रहे है मिश्री के चमत्कारी गुणों का जिक्र आयुर्वेद विशेषज्ञ भावसार भी कर चुकी है
औषधीय गुणों से भरपूर है मिश्री
डॉ. भावसार मानती है की भले ही मिश्री स्वाद में मीठी तो होती ह लेकिन इसके सेवन से हमे कई लभ मिलते है क्युकी मिश्री में औषधीय गुण भी होते है ये शक़्कर के मुकाबले कम केमिकल्स वाली होती है मिश्री को पारंपरिक तरीके से बनाया जाता है और इसलिए इसमें कई तरह के औषधीय गुणों से समृद्ध है।
Mishri Benefits/मिश्री के आयुर्वेदिक लाभ
मिश्री को अपने आहार में शमिल करने के आयुर्वेदिक फायदे भी है।
* मिश्री आँखों के लिए अच्छी होती है
* थकान (fatigue kshatakshinaharea) को मिठाने के लिए मिश्री साहयखा आयुर्वेद में थकान को क्षतीक्षिनहारा कहा जाता है।
Mishri Benefits:कई बीमारियों में सेवन करने से मिलता है तुरंत लाभ
* आँखों के लिए अच्छी मणि जाती है
* मिश्री के सेवन से पुरषो के स्पर्म (shukra vardhak) में सुधार होता है शुक्र्वार्धिक आयुर्वेद में स्पर्म को कहते है(boosts fertility)
* मिश्री बलकारक यानि ताकत बढ़ती है
* मिश्री खाने से रतकपीठार यानि खून का एसिड लेवल दुरुस्त रहता है।
* मिश्रा वातनाशक यानि वैट दोष को खत्म कर देती है।
* सर्दी खाँसी और जुकाम को दूर कर देती है मिश्री।
चीनी की मिठास में सबसे शुद्ध है मिश्री
मिश्री का उत्पादन भी गने के पौधे के जरिए होता है जो की स्व्भविक तोर पर एक मीठा खाद प्रदार्त है इसे चीनी की सबसे शुद्ध मिठास मणि जाती है क्युकी इसमें व्हाइट शुगर की तरह केमिकल का प्रयोग नहीं होता है डॉक्टर भवसार के अनुसार यह बिना किसी रसायन के चीनी का सबसे शुद्ध रूप है षडरस भोजन (सम्पूर्ण आहार जिसमे 6 अलग-अलग स्वाद हो) वो बहुत जरुरी होता है और इसमें मधुर रास यानि मीठे स्वाद की भी खास अहमियत है उन्ही में से एक मिश्री है।
किन -किन लोगो को नहीं खानी चाहिए मिश्री
हलाकि डॉ भावसार कुछ लोगो को इसके सेवन न करने की सलाह भी देती है उनका कहना है की उच्च शकरा स्तर यानि है शुगर लेवल कोलेस्ट्रॉल हार्मोनल इशू आटोइम्यून जैसी बीमारियों से सूझ रहे लोगो को मिश्री सहित चीनी के सभी खाद प्रदार्थो से बचना चाहिए बकौल डॉ बकौल डॉ फ्रूट्स से प्राप्त नेचुरल शुगर सही होती है इनमेहिए कुछ हद तक शहद और मिश्री भी ली जा सकती है लेकिन ज्यादा नहीं वैसे आपको मिठे से बचना चाहिए।
कम मात्रा में करने से मिलते है लाभ
डॉ भावसार ने कहा की आइडल तौर पर मिश्री का सेवन कम मात्रा में किया जाना चाहिए मिश्री को प्रकृति में सात्तिवक माना जाता है और आयुर्वेदिक इसे ओषधि मंटा है बरतते हुआ सयम से करना की सलह दी गई अगर इसका सेवन ओषधि के रूप में किया जाए तो मिश्री आपके शरीर के लिए काफी सेहतमंद हो सकती है।
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