Mother Teresa Birthday ( 26 August, 1910)  

Mother Teresa Birthday ( 26 August, 1910)

दुनिया में अपने लिए तो सब जीते है, लेकिन जो अपने स्वार्थ को छिड़ कर दुसरो के लिए जीता है (कार्य करता है), वही महान कहलाता है। ऐसे लोगो का जीवन हमेशा के लिए परोपकारी हो जाता है। साथ ही दूसरे लोगो के लिए प्रेरणादायक हो जाता है। इन लोगो के मरने जाने के बाद भी ऐसे लोगो के लिए दिल में हमेशा जगा बानी रहती है , सभी के दिलों में जिन्दा रहते है। उन सभी के नामो में से एक है मदर टेरेसा। कहा जाता है की मदर टेरेसा ने अपना पूरा जीवन दूसरों की सेवा में न्योछावर कर दिया। मदर टेरेसा ने हर उस जाने की मदद किया है जो गरीब , बीमार , लाचार था। 18 साल की उम्र से ही नन बनकर उन्होंने अपने जीवन को एक नयी दिशा दे दी। मदर टेरेसा भारत की नहीं थी, लेकिन जब वे भारत पहली बार आई तो यहाँ के लोगों से प्रेम कर बैठी, और यही अपना जीवन बिताने का निर्णय लिया। उन्होंने भारत के लिए अभूतपूर्व कार्य किये।

मदर टेरेसा का जन्म स्कॉप्जे शहर, मसेदोनिया में 26 अगस्त 1910 में हुआ था। उनके पता पिता का नाम द्रना बोयाजू , निकोला बोयाजू था। मदर टेरेसा का पूरा नाम अगनेस गोंझा बोयाजिजू था। उनके एक भाई एक बहन थे।

Mother teresa awards and achievements 

1.  1962 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया.

2.  1980 में भारत के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया.

3.  1985 में अमेरिका सरकार द्वारा मैडल ऑफ़ फ्रीडम अवार्ड दिया.

4.  1979 में मदर टेरेसा को गरीब, बीमारों की मदद के लिए नोबल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया.

5.    2003 में पॉप जॉन पोल ने मदर टेरेसा को धन्य कहा, उन्हें ब्लेस्ड टेरेसा ऑफ़ कलकत्ता कहकर सम्मानित किया.

Mother Teresa Birthday: Best Inspirational Quotes of Mother Teresa

मदर टेरेसा को 20 वीं सदी की सबसे बड़ी मानवतावादियों में से एक है। मदर टेरेसा कहती थी, वो नागरिक भारत की है, विश्वास से कैथलिक नन है, लेकिन उनका पूरा दिल प्रभु येशु का है, उन्होंने अपना पूरा जीवन पिता परमेश्वर और प्रभु येशु को समर्पित किया था। उनके पास हजारों लोग पहुँचते थे, जो किसी तरह की परेशानी से गुजर रहे होते है, मदर उनके लिए प्राथना किया करती थी, और सब ठीक हो जाता था। ऐसे कई चमत्कार को प्रभु येशु के नाम से मदर ने लोगों के लिए किया था. मदर टेरेसा जैसी हस्ती की जरुरत आज भी हमारे देश समाज को है, जो दूसरों से अपने जैसा प्यार करे, और उनके दुःख दर्द को अपना समझे। मदर टेरेसा दया, प्रेम की जीती जागती मूरत थी, इनके जीवन से हम बहुत सी बातें सिख सकते है। ये कई लोगों के लिए आदर्श है, जो इनके जैसा बनना चाहते है।