vijay Ekadashi 2021:विजय एकादशी 9 मार्च को जाने शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्व

vijay Ekadashi 2021:विजय एकादशी 9 मार्च को जाने शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्व

1 इसलिए महत्वपूर्ण है विजय एकादशी

सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है एकादशी व्रत प्रत्येक महीने में दो पक्ष यानी की कृष्णा और शुक्ल पक्ष में पड़ती है प्रत्येक एकादशी का अलग-अलग नाम और महत्व होता है फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजय एकादशी कहते है इस बार यह तिथी 9 मार्च यानी कि मंगलवार को पड़ रही है आइए जानते है व्रत का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्व।

2 महाशिवरत्रि से दो दिन पहले पड़ती है तिथि

विजया एकादशी प्रत्येक वर्ष महाशिवरत्रि के 2 दिन पहले मनाई जाती है इस दिन श्रीहरि की पूजा का विशेष महत्व होता है मान्यता है की यदि सच्चे मन से इस दिन भगवान विष्णु का व्रत और पूजन किया जाए तो जातक की सभी मनोकामनापूरी हो जाती है।

3 विजय एकादशी पर ऐसे करे श्रीहरि की पूजा

विजय एकादशी के दिन नित्य कर्म से निवत्त होने के बाद सवच्छ वस्त्र धरण करके एकादशी व्रत का सकंलप ले पूजा करने से पजल एक वेदी बनाकर उस पर 7 प्रकार के अनाज रखे इसके बाद बेदी के ऊपर कलश फोटो रखे पीला फूल फल और तुलसी अप्रीत करे इसके बाद धूपबत्ती जलाकर रख दे और घी के दीपक से आरती करे।

4 विजया एकादशी पर रखे इसका ख्याल

व्रत के दिन शाम के समय विष्णु की आरती उतरने के बाद ही फलाहार करे रात में सोने ी बजाय भगवान का भजन-कीर्तन करे अगले दिन पारण करने से पहले ब्राह्मण को भोजन कराए उनेह जो भी यथासम्भव हो वह दान में दे इसके बाद सवंय भोजन गहण करे साथ में भगवान विष्णु से व्रत में कोई त्रोटि या भूल हो गई हो तो उसके लिए क्षमा प्राथना जरूर कर ले।

5 विजया एकादशी पूजा का महत्व

मान्यता के अनुसार विजया एकादशी का व्रत स्वय मर्यदा पुरषोतम श्रीराम ने भी लंका पर विजय प्रप्ति के लिए किया था इसलिए इस व्रत का नाम विजय एकादशी पड़ा वही पहापुराण के अनुसार विजया एकादशी का व्रत करने से जातक के जीवन में किसी भी वास्तु की कमी है होती साथ हे मोक्ष की भी पर्पटी होती है इसके अल्वा इस व्रत से शत्रुओ पर भी विजय मिलती है कहते है इन लोगो के जीवन में किसी प्रकार के शत्रुओका भय हो या कार्य बनते-बनते बिगड़ जाते हो तो भी यह व्रत जरूर करना चाहिए इस व्रत को करने से हर जगह विजय ही विजय मिलती है।

6 विजया एकादशी 2021 का शुभ मुहूर्त

एकादशी शुरू -8 मार्च 2021

दिन -सोमवार

समय -3 बजकर 44 मिंट

एकादशी की समाप्ति -9 मार्च 2021

दिन -मंगलवार

समय -3 बजाकर 2 मिनट पर

पारण का समय – 10 मार्च सुबह 6:37 से 8:59 के