Baal Diwas Article

Baal Diwas Article

बाल दिवस 

 

पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 में हुआ। पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था जिसकी वजह से 14 नवंबर को हम राष्ट्रीय बाल दिवस के रूप में जानते हैं। बाल दिवस को राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है। भारत में बच्चे पंडित जवाहरलाल नेहरू को चाचा नेहरू के नाम से भी जानते है।

बाल दिवस को विश्व स्तर पर भी मनाया जाता है। विश्व बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता है। विश्व बाल दिवस की शुरुआत 1 जून, 1950 में विमेंस इंटरनेशनल डेमोक्रेटिक फेडेरशन ने की थी।

 

क्यों मनाया जाता है बाल दिवस:-

बच्चों के अधिकारों के हनन को रोकने के लिए, बच्चों की कम से कम प्राथमिक शिक्षा के लिए, बच्चों की सुरक्षा के लिए आदि बच्चों के हित के लिए बाल दिवस को मनाया जाता है। विश्व स्तर पर बाल दिवस मानाने का पहला प्रस्ताव श्री वी कृष्णन मेनन ने दिया था जिसके बाद पहली बार अक्टूबर में बाल दिवस मनाया गया। फिर जब संयुक्त राष्ट्र से प्रस्ताव पारित हुआ तब से विश्व बाल दिवस 20 अक्टूबर को विश्व भर में मनाया जाता है।

बाल दिवस कैसे मनाया जाता हैं?:-

बाल दिवस को भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन विद्द्यालय में बहुत सारे कार्यक्रम होतें हैं। विध्यार्तीयों के साथ शिक्षक भी इस दिन छोटे बच्चें बन कर खूब मस्ती करतें हैं। अपनी – अपनी प्रस्तुति पेश करतें हैं। राष्ट्रीय बाल दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति, उप – राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, तथा अन्य मंत्री और ख़ास लोग पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की समाधी शांतिवन पर जा कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करतें हैं। इस दिन विद्द्यालयों के अलावा भी कई जगह पर कार्यकर्म होतें हैं। इस दिन वीर, साहसी, और सर्वश्रेष्ठ बच्चों को इस दिन पुरुस्कृत किया जाता है और खूब सम्मान किया जाता है।

 

बाल दिवस के लिए कविता:-

आता हैं हर वर्ष ये पल

झूमे नाचे बच्चे संग-संग

देते चाचा नेहरु को श्रद्धांजलि

थे यह देश के पहले प्रधानमंत्री

करते थे बच्चों से प्यार

हर जयंती पर होता बच्चो का सत्कार

कच्ची मिट्टी हैं बच्चो का आकार

सच्चे साँचे में ढले यही हैं दरकार

ना हो अन्याय से भरा इनका जीवन

प्रतिज्ञा करो न करोगे बाल शोषण

नन्ही सी कलि हैं ये

भारत का खिलता कमल हैं ये

बाल दिवस पर हैं इन्हें सिखाना

जीवन अनमोल हैं यूँही ना गँवाना

देश के भविष्य हो तुम

शक्तिशाली युग की ताकत हो तुम।