स्वामी रामदेव के से जानें, बर्ड फ्लू से बचाव के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा और योगासन

स्वामी रामदेव के से जानें, बर्ड फ्लू से बचाव के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा और योगासन

 

कोरोना काल के बीच बर्ड फ्लू का संक्रमण देश में तेज़ी से फेल रहा है। हज़ारों पक्षी अब तक इस महामारी से मारे जा चुके हैं, जिसमे ज़्यादातर कौवें है। देश में यह बहुत जल्दी ही पक्षियों में फ़ैल रहा है। यह फ्लू पक्षियों से इंसानों में भी जा सकता है। सबसे पहले केरल राज्य ने इसे डिजास्टर घोषित कर दिया है और भी कई राज्य बुरी तरह से बर्ड फ्लू से पीड़ित है। कई राज्यों में पोएट्री फार्म को निश्चित दिनों के लिए बंद कर दिया है और कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है। बर्ड फ्लू का वैज्ञानिक नाम H5N1 है। यह फ्लू इंसानों में फैल तो सकता है और साथ ही में उनकी जान भी जा सकती है। यह वायरस इंसानों में मुँह, नाक और आँख के द्वारा घुस सकता है। इसलिए इंसानो को इस फ्लू से बचना जरुरी है। ऐसे में हमें बाबा राम देव के सुझाए काढ़ा को अपनाना चाहिए और साथ ही साथ योगासन भी करना चाहिए।

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  • बर्ड फ्लू के इंसानों में लक्षण:-
  1. सर दर्द
  2. शरीर दर्द
  3. बहुत थकावट होना
  4. सांस लेने में समस्या
  5. बुखार
  6. खांसी
  7. कफ आना
  8. शरीर में जकड़न।

 

  • आयुर्वेदिक काढ़े की सामग्री:-
  1. गिलोय – थोड़ी सी डंडी
  2. अदरक – थोड़ी सी
  3. लौंग – 2 से 3
  4. काली मिर्च – 5 से 6
  5. तुलसी के पत्ते – 10
  6. कच्ची हल्दी – 1 इंच की

 

  • आयुर्वेदिक काढ़े की विधि:-

सभी सामग्री को मिक्सर, ओखली या फिर सिलबट्टे पर अच्छे से पीस लें। इसके बाद इसमें पानी डाल कर अच्छी तरह से उबाल लें।

जब इस मिश्रण का करीब 15 से 20 प्रतिशत बच जाए तो इसे छान लें। अब इसका सेवन आराम से करें।

काढ़े का सेवन प्रतिदिन कम से कम एक बार करें।

 

  • योगासन से रहे स्वस्थ:-

शशकासन मोटापा काम करता है, लिवर को स्वस्थ रखे, लंबाई बढ़ाने में मदद करे, चिंता दूर करे, डॉयबिटीज कंट्रोल करे, मानसिक तनाव दूर करे, दिल के मरीज को मिलेगा आराम आदि फायदे होतें हैं।

 

  • उत्तानपादान:-

  1. एसिडिटी कम होगी
  2. वजन काम होगा
  3. कब्ज की समस्या ख़त्म होगी
  4. लम्बाई भी बढ़ाए
  5. डॉयबिटीज कण्ट्रोल में आए।

 

  1. मंडूकासन:-

1.पाचन तंत्र को आराम दिलाय

2.डायबिटीज को कंट्रोल में रखे

3.कज्ब को ख़त्म करे

4.पेट को साफ़ रखे

5.दिल के मरीजों को आराम दे

6.वजन घटने में मदद करे।

 

  1. पवनमुक्तासन:-

1.मोटापा कम करने में मदद करे

2.खून का सर्कुलेशन स्वस्थ रखे

3.पेट की चर्बी दूर रखे

4.फेफड़ों को स्वस्थ रखे

5.रीढ़ की हड्डी स्वस्थ रखे

6.अस्थमा में लाभकारी

7.किडनी की समस्या दूर करे।