Essay on Republic Day in Hindi
गणतंत्र दिवस
भारत को अंग्रेज़ो से आज़ादी 15 अगस्त 1947 को मिली, परन्तु भारत 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र राष्ट्र बना। भारतीय संविधान को बनने में 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे तथा डॉक्टर भीम राओ आंबेडकर को हम भारतीय संविधान के जनक के रूप में जानते है। भारत के पहले गणतंत्र दिवस के दिन ही डॉक्टर राजेंद्र प्रशाद देश के पहले राष्ट्रपति बने। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। भारतीय संविधान को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संविधान के रूप में जाना जाता है। भारत का हर नागरिक गणतंत्र दिवस बड़े ही उल्लास के साथ मनाता है, जो भारत की एकता, सम्प्रभुता और भाईचारे का प्रतिक है। गणतंत्र दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति इंडिया गेट पर, भारत की शान, तिरंगा झंडा फहराते है तथा इस दिन राजपथ पर भारतीय सेना के तीनो अंग अपने हथियारों और सकती का प्रदर्शन करते है और साथ ही साथ देश के महामहिम को सलामी भी देते है। राजपथ पर इस दिन कई राज्यों की झांकी भी प्रदर्शित की जाती है जिसमे राज्यो के धरोहर
का प्रदर्शन किया जाता है।इस दिन देश की वीर बच्चो को भी सम्मानित किया जाता। गणतंत्र दिवस के दिन विदेशी मेहमानो को भी आमंत्रित किया जाता है और शाम को सभी सरकारी इमारतों को रंग-बिरंगी लाइटों से रोशन कर दिया जाता है, जिसे देख हर किसी का दिल खुश हो जाता है। गणतंत्र दिवस के दिन देश के सभी शिक्षा संस्थानों में तिरंगा झंडा फहराया जाता है और कई सारे रंगा-रंग कार्यकर्म भी आयोजित किये जाते है, परन्तु देश की राजधानी में यह सभी कार्यकर्म एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को ही मन लिए जाते है। गणतंत्रता दिवस एक ऐसा मौका होता है जिस दिन सभी धर्म, जाती, भेद, राजनीती, और सारे गीले भुला कर सब मिल कर गणतंत्रता की ख़ुशी मानते है।