कन्या पूजा 2020
जैसा की आपको पता होगा की आपको पता होगा की शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजा (कंजका) पूजा का महत्व बहुत ज़्यादा होता है। नवरात्री मां दुर्गा की आदिशक्तियों का त्यौहार मन गया है और कन्याओं (लड़कियों) मां दुर्गा का स्वरुप माना गया हैं। विधि के अनुसार नवरात्रि के समय 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को पुजा जाता है। नवरात्री में तो हर दिन कन्याओं को पूजना चाहिए परन्तु लोग केवल आमतौर पर केवल दुर्गा अष्टमी और महानवमी के दिन ही घर कंजका पूजा करतें हैं।
कन्या पूजा या कंजका पूजा के नियम:-
कन्या पूजा की विधि के अनुसार आपको 2 से 10 वर्ष की 9 कन्याओं को बुलाना होता हैं और इन्हे भोज करना होता हैं। उन कन्याओं के साथ एक छोटा लड़का भी रहे। वह 9 कन्याएं 9 देवियों का रूप मानी जाती है और वहकर छोटा लड़का बटुक भैरव का रूप मन अत है। कन्याओं को आमंत्रित कर के उनके पैर पानी से धोए जाते है, फिर उनको चन्दन लगाते हैं, अक्षत और फूल अर्पित करना चाहिए जिसके बाद उन सभी 9 कन्याओं और 1 छोटे लड़के को भोजन करना चाहिए। भोजन कराने के बाद उनके पैर छू कर आशीर्वाद लिया जाता है और उन कन्याओं और बटुक भैरव को दक्षिणा भी दी जाती है।
कन्या पूजा में हर कन्या का अलग देवी स्वरुप:-
नवरात्रि के सभी 9 दिन में हर आयु की कन्याओं में मां के विभिन रूप होतें। 10 वर्ष की कन्याओं को सुभद्रा, 9 वर्ष की कन्याओं को दुर्गा, 8 वर्ष की कन्याओं को शाम्भवी, 7 वर्ष की कन्याओं को चंडिका, 6 वर्ष की महिलाओं को कालिका, 5 वर्ष की कन्याओं को रोहिणी, 4 वर्ष की कन्याओं को कल्याणी, 3 वर्ष की महिलाओं को त्रिमूर्ति और 2 वर्ष की कन्याओं को कुंआरी का रूप माना गया है।
वर्ष 2020 के लिए कन्या पूजा का शुभ मुहूर्त:-
कन्या पूजा – 24 अक्टूबर, 2020 के दिन शनिवार को है।
अष्टमी तिथि की शुरुआत – 23 अक्टूबर, 2020 को सुबह 6:57 बजे होगा।
अष्टमी तिथि का अंत – 24 अक्टूबर, 2020 को सुबह 6:58 मिनट पर होगा।
तो आप कन्या पूजा 24 अक्टूबर, 2020 के दिन करे।