Vilom shabd in Hindi
Vilom shabd in hindi is opposite word in English
रात -दिन
अंधेरा -उजाला
उधार -नकद
मित्र -शत्रु
हल्का -भारी
ऊँचा -नीचा
उल्टा -सीधा
लाभ -हानि
आज -कल
आना -जाना
कटु -मधुर
जय -पराजय
अच्छा -बुरा
प्रात :-संध्या
धर्म -अधर्म
कुपात्र -सुपात्र
शुभ -अशुभ
संयोग -वियोग
सज्जन -दुर्जन
सदाचार -दुराचार
शिष्ट -अशिष्ट
सफल असफल
गुप्त -प्रकट
विराम -गति
संयोग -वियोग
शुभ -अशुभ
निडर -डरपोक
चुस्त -सुस्त
साधारण -विशेष
उचित -अनुचित
शाकाहारी -मांसहारी
अग्रज -अनुज
देव -दानव
सुविधा -असुविधा
शांत -अशांत
दानी -कंजूस
घृणा -प्रेम
अनुकूल -प्रतिकूल
अमृत -विष
उत्थान -पतन
सभ्य -असभ्य
कटु -मधुर
यश -अपयश
आकार -निराकार
नवीन -प्राचीन
सुगंध -दुर्गंध
उतार -चढ़ाव
कोमल -कठोर
निंदा -स्तुति
समान -भिन्न
सच -झूठ
सोना -जगना
उदय -अस्त
अधिकतम – न्यूनतम
अनुकूल -प्रतिकूल
अभिमान -निरभिमान
जीवन -मृत्यु
क्रय -विक्रय
मधुर -कटु
एक -अनेक
उष्ण -शीत
उपकार -उपकार
चढ़ाव -उतार
अंत -आरंभ
नास्तिक -आस्तिक
पाताल -आकाश
वर्तमान /भविष्य -अतीत
विराग -अनुराग
जन्म -मरण
अपना -पराया
आदि -अंत
आवश्यक -अनावश्यक
आदर -निरादर /अनादर
अनुचित -उचित
पास -दूर
उत्तीर्ण -अनुत्तीर्ण
उपयोगी -अनुपयोगी
ऊँच -नीच
प्रतिक्रिया -क्रिया
गृहस्थी -संन्यासी
हानि -लाभ
सादर -निरादर
सृष्टि -प्रलय
स्वस्थ -अस्वस्थ
सत्य -असत्य
दुर्गंध -सुगंध
नवीन -प्राचीन
विपक्ष -पक्ष
प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष
पथ्य -अपथ्य
भाग्य -अभाग्य
भोगी -योगी
अपमान -मान
शत्रु -मित्र
महात्मा – दुरात्मा
यश -उपयश
वरदान -अभिशाप
मांसाहारी -शाकाहारी
विस्तार -संक्षेप
विग्रह -संधि
समीप -दूर
सार्थक -निर्रथक
हिंसा -अहिंसा
परिजन -स्वजन
वियोग -संयोग
दुराचार -सदाचार
निराकार -साकार
सरल -कठिन
सज्जन -दुर्जन
सबल – दुर्बल /निर्बल
पाप -पुण्य
पठनीय -अपठनीय
निर्बल -बलवान
भूत -भविष्य
दूषण -भूषण
मनुज -दनुज
लिखित -मौखिक
वाचाल -मूक
वियोग -योग
रक्षक -भक्षक
लाभ -हानि
विरोध -अविरोध
गुरु -शिष्य
शरद -ग्रीष्म
संकल्प -विकल्प
कठिन -सरल
बाहर -अंदर
मिलन -विछोह
प्राकृतिक -कृत्रिम
अभागा -भाग्यवान
असफल -सफल
सक्रिय -निष्क्रिय
मुक्ति -बंधन
ठोस -तरल
शयन -जागरण
उष्ण -शीत
विधि -निषेध
सुख -दुःख
ख़ुशी -गम
सगुण -निगुण
मूक -वाचाल
अभिशाप -वरदान
हर्ष -शोक
क्षणिक -शाश्वत
भक्षक -रक्षक
विष -अमृत
अंधकार -प्रकाश
अल्पायु -दीर्धायु
उतर्कष -उप्कर्ष
इच्छा -अनिच्छा
उत्तम -अधम
उपस्थित -अनुपस्थित
आलसी -उद्यमी
आकर्षण -विकर्षण
प्रकट -गुप्त
खेद -प्रसन्नता
एकता -अनेकता
उत्थान -पतन
विराग -अनुराग
रौशनी -अंधेरा
आदान -प्रदान
नगद -उधार
यथार्थ -आदर्श
आय -व्यय
आहार -निराहार
स्वाधीन -पराधीन
याचक -दाता
पुरातन -नूतन
साक्षर -निरक्षर
प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष
प्रेम -धृणा
सजीव -निर्जीव
सौभाग्य -दुर्भाग्य
सरस -नीरस
विस्तार -संक्षेप
निंदा -स्तुति
प्रतिधात -धात
रूचि -अरुचि
सावधान – असावधान
जंगली -पालतू
मालिक -मजदूर
दाया -बाया
आदर -अनादर
बहादुर -डरपोक
जान -अनजान
स्वतंत्रता -परतंत्रता
आजादी -गुलामी
अकाल -सुकाल
अगला -पिछला
अनुकूल -प्रतिकूल
अनुलोम -विलोम /प्रतिलोम
अचल -चल
अर्जन -वर्जन
अति -अल्प
अनय -नय
अजय -जय
अदोष -दोष
अचर -चर
अधुनातन -पुरातन
अधिकारी -अनधिकारी
अलभ्य -लभ्य
अर्थी -प्रत्यर्थी
अप्रिय -प्रिय
अलौकिक -लौकिक
अपेक्षा -उपेक्षा
अशुभ -शुभ
अनिच्छा -इच्छा
अमंगल -मंगल
अपेक्षा -उपेक्षा
असमय -सुसमय
अभीष्ट -अनिभष्ट
अनुचित -उचित
अनेक -एक
अपचय -उपचय
असभ्य -सभ्य
अपमान -सम्मान
आकाश -पाताल
आत्मा -परमात्मा
आधार -निराधार /अ नाधार
अपचय -उपचय
अनवसर -सुअवसर
अंडज -पिंडज
असंतोष -संतोष
आयत -निर्यात
आधुनिक -प्राचीन
आलस्य -स्फूर्ति
आकुँचन -प्रसारण
आम -स्वास
आर्य -अनार्य
आरोही -अवरोही
आवाहन -विसर्जन
आवश्यक -अनावश्यक
आगमन -गमन
आवृत -अनावृत
आध्यात्मिक -आधिभौतिक
आजादी -गुलामी
आकर्षण -विकर्षण
बचपन -यौवन
बड़ा -छोटा
थोड़ा -बहुत
सूखा -बाढ़
बढ़िया -घटिया
बन्धुत्व -शत्रुत्व
बलवान -बलहीन
बाधित -अबाधित
बोध -अबोध
भलाई -बुराई
मुर्ख -बुद्विमान
लघु -वृहत
बन्धन -मोक्ष /मुक्ति
बिम्ब -प्रतिबिम्ब
जवानी -बुढ़ापा
बिहान -आज
कायर -साहसी
कृश -पुष्ट
कल्याण -अकल्याण
क्रोध -क्षमा
कुबुद्धि -सुबुद्धि
कड़वा -मीठा
कुकृति -सुकुति
कीर्ति -अपकीर्ति
क्रम-व्यक्तिक्रम
कुख्यात -विख्यात
कपूत -सपूत
क्रूर -अक्रूर
कृत्रिम -प्राकृत
कोमल -कठोर
कारण -अकारण
कुलदीप -कुलांगार
कलयुग -सतयुग
कर्मण्य -अकर्मण्य
कृत्रिम -प्राकृत
कुसुम -व्रज
कनिष्क -वरिष्ठ
बचपन -यौवन
बड़ा -छोटा
थोड़ा -बहुत
सूखा -बाढ़
बढ़िया -घटिया
बन्धुत्व -शत्रुत्व
बलवान -बलहीन
बाधित -अबाधित
बोध -अबोध
भलाई -बुराई
मुर्ख -बुद्विमान
लघु -वृहत
बन्धन -मोक्ष /मुक्ति
बिम्ब -प्रतिबिम्ब
जवानी -बुढ़ापा
बिहान -आज
कायर -साहसी
कृश -पुष्ट
कल्याण -अकल्याण
क्रोध -क्षमा
कुबुद्धि -सुबुद्धि
कड़वा -मीठा
कुकृति -सुकुति
कीर्ति -अपकीर्ति
क्रम-व्यक्तिक्रम
कुख्यात -विख्यात
कपूत -सपूत
क्रूर -अक्रूर
कृत्रिम -प्राकृत
कोमल -कठोर
कारण -अकारण
कुलदीप -कुलांगार
कलयुग -सतयुग
कर्मण्य -अकर्मण्य
कृत्रिम -प्राकृत
कुसुम -व्रज
कनिष्क -वरिष्ठ