Gender (लिंग)

Gender (लिंग)

ऐसे शब्द जो किसी संज्ञा के स्त्री , पुरुष या नपुंशक होने का व्यक्त करते है लिंग (Gender) कहलाते हैं।

जैसे:- friend, teacher, table, girl, man

Kinds Of Gender (लिंग के प्रकार)

Gender निम्नलिखित 4 प्रकार का होता है l

  1. Masculine Gender (पुल्लिंग)
  2. Feminine Gender (स्त्रीलिंग)
  3. Common Gender (उभयलिंग)
  4. Nuter Gender (नपुंसकलिंग)
  5. पुल्लिंग (Masculine Gender):- ऐसे nouns जो नर जाति का बोध करते हैं Masculine Gender कहलाते हैं l

जैसे:- man, dog, cock, lion, king, father, ox etc.

  1. स्त्रीलिंग (Feminine Gender) :- मादा जाति का बोध कराने वाले nouns को ही Feminine Gender कहते हैं l

जैसे:- Queen, lioness, hen, mother, cow, bitch, woman etc.

  1. उभयलिंग (Common Noun) :- ऐसे nouns जो नर और मादा दोनों जातियों का बोध कराते हैं Common Gender कहलाते हैं l

जैसे:- teacher, doctor, lawyer, friend, student, servant etc.

  1. नपुंसकलिंग (Nuture Gender) :- जो nouns किसी निर्जीव वस्तुओ या ऐसे nouns का बोध कराते है जो बच्चा पैदा करने की क्षमता नहीं रखते, Nuture Gender कहलाते है l

जैसे:- Fan, book, stone, snow, chair etc.

पुल्लिंग शब्दों की पहचान 

दिनों (वॉर) के नाम रविवार, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार तथा शनिवार।
महीनो के नाम मार्गशीष, पौष, फाल्गुन, चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाण, श्रावण, भाद्रपद तथा कार्तिक।
धातुओं के नाम सोना, ताँबा, लोहा, पीतल, पुल्लिंग है, परंतु चाँदी स्त्रीलिंग है।
अनाजों के नाम गेहूँ, बाजरा, चावल, मूँग आदि शब्द पुल्लिंग है, परंतु अरहर, ज्वार, अरहर, स्त्रीलिंग है।
वर्णमाला के अक्षर स्वरों में अ, आ, उ, ऊ, ओ सभी पुल्लिंग है।
समुद्रो के नाम हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, अरब सागर, लाल सागर, अंध महासागर, भूमध्य सागर आदि।
पर्वतों के नाम कैलाश, विध्यांचल, अरावली, सतपुड़ा, हिमालय।
विशिष्ट स्थान वाचनालय, विद्यालय, पुस्तकालय, न्यायालय, चिकित्सालय, मंत्रालय, शिवालय, स्नानघर, भोजनालय, सचिवालय, शयनगृह आदि।
द्रव पदार्थ रक्त, घी, पानी, डीजल, पेट्रोल, तेल।
शरीर के अंग सिर, पैर, हाथ, कान, नाक, मुँह, मस्तिष्क, गाला, वक्ष, पेट, दिल, दिमाग, बाल आदि। आँख, नाक आदि अपवाद है।
वृक्षों के नाम आम, शीशम, नीम, देवदार, गुलमोहर, जामुन, चीड़, बड़, पीपल आदि।
ग्रहों के नाम मंगल, सूर्य, चंद्र, शनि, ध्रुव, बृहस्पति, रवि।
प्राणिजगत में खरगोश, तोता, कौआ, उल्लू, खटमल, मेंढक, पशु, पक्षी, जीवन, प्राणी।

भाववाचक संज्ञाएँ : आ, पा, हा, ना, पन, आव, आवा प्रत्ययों से युक्त भाववाचक संज्ञा शब्द

जैसे – बाबा, बुढ़ापा, बचपन, पहनावा, बहाव, महत्त्व आदि।

संस्कृत शब्द देव, दास, राजा, मधु, गृह, अनुचर, मानव, दानव, फल, ऋषि, पत्र, दीपक,

(तत्सम शब्द)   मित्र, वंश।

अकारांत और आकारांत शब्द धन, भोजन, कलश, बर्तन, जंगल, छिलका, घड़ा, गात अदि।
समुदायवाचक शब्द समाज, परिवार, कुल, संघ, मंडल, वंश, दल, झुंड, गुच्छा।
व्यवसायसूचक शब्द व्यापारी, उद्योगपति, नाटककार, सचिव, संवाददाता, उपन्यासकार, कहानीकार, राज्यपाल, लेखापाल, क्रेता, विक्रेता, सुनार, सैनिक आदि।
रत्नों के नाम नीलम, पुखराज, हीरा, मोती, मूँगा, पन्ना।

स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान

भाषाओं के नाम हिंदी, संस्कृत, मराठी, बंगला, तमिल, अंग्रेज़ी, अरबी, जर्मन, मलयालम, फ़ारसी, गुजरती, पंजाबी।
लिपियों के नाम देवनागरी, गुरुमुखी, रोमन।
तिथियों के नाम प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थी, एकादसी, त्रयोदशी, पूर्णिमा, प्रतिपाद, अमावस्य।
नदियों के नाम कृष्णा, सरस्वती, कावेरी, यमुना, सलतुज, गंगा, रवी, नर्मदा, झेलम, ताप्ती, चिनाब।
बेलों के नाम मल्लिका, जूही, मधुमीत।
भोजन मसालो के नाम रोटी, सब्जी, पूरी, हल्दी, मिर्च, जलेबी।
प्राणियों में मैना, मछली, चील, छिपकली, गिलहरी, कोयल, इत्यादि। इन शब्दों के साथ नर जोड़ने से पुल्लिंग शब्द बन जाते है।
हथियारों में बंदूक, तलवार, गदा, कृपाण, तोप, गोली आदि।

संस्कृत की आकारांत और उकारांत

संज्ञाएँ यात्रा, लता, दया, माला, शोभा, ममता, घृणा, मृत्यु, वायु, आयु, ऋतु।
10.संस्कृत की इकारांत संज्ञाएँ मति, रीती, तिथि, समिति, उन्नति, अवनति, हानि, शांति, नीति, गति, शक्ति।

वर्ण माला के अक्षर : इ, ई, ऋ।

शरीर के अंग : आँख, नाक, ठोड़ी, छाती, जीभ, पसली, एड़ी, पिंडली, पलक, कमर, कमर।

जिन शब्दों में ई, नी, आनी, आई, इया, इमा, त, ता, आस, री, आवट, आहाट, प्रत्यय जुड़े होते है

गाली, साली, खिड़की, सरदी।
नी चटनी, भरनी, छलनी, करनी, कथनी।
आई कसाई, बुनाई, छँटाई, लड़ाई, कमाई, भलाई, जुदाई।
इया गुड़िया, चिड़िया, चुहिया, बुढ़िया।
इमा लालिमा, नीलिमा, गरिमा, कालिमा, महिमा।
राहत, चाहत, चपत, खपत, रंगत, संगत।
ता दासता, सुंदरता, महानता, दानवता, मानवता, पशुता, एकता, लघुता, नीचता।
आस खटास, मिठास, भड़ास।
री चकरी, छतरी, गठरी, बकरी, कबूतरी।
आवट लिखावट, बनावट, दिखावट, सजावट, थकावट।
आहट घबराहट, चिकनाहट, मुसकराहट।

पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम

‘अ’ तथा ‘आ’ को ई करने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
पुरुष महिला बेटा बेटी पुत्र पुत्री
नौकर नौकरानी बकरा बकरी ब्राह्मण ब्राह्मणी
मुर्गा मुर्गी नाला नाली तरुण तरुणी
बालक बालिका साला साली मामा ममी

अ तथ आ को इया करने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
वानर वानरी खाट खटिया चूहा चुहिया
बेटा बिटिया चिड़ा चिड़िया लोटा लुटिया
गुड्डा गुड़िया डिब्बा डिब्बी बूढ़ा बुढ़िया

‘आनी’ जोड़ने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
चौधरी चौधरानी क्षत्रिय क्षत्राणी नौकर नौकरनी
देवर देवरानी सेठ सेठानी इंद्र इंद्राणी

व्यवसायवाचक तथा जातिवाचक शब्दों में ‘इन’ या ‘आइन’ जोड़ने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
पंडित पंडिताइन ठाकुर ठकुराइन बाबू बबुआइन
जुलाहा जुलहिन तेली तेलिन पापी पपिन
चमार चमारिन दर्ज़ी दर्ज़िन वाल्मीक वाल्मीकि
साँप साँपिन कहार कहारिन जोगी जोगिन

प्राणीवाचक और जातिवाचक संज्ञाओं में ‘नी’ जोड़ने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
मोर मोरनी सिंह सिंघनी भील भीलनी
ऊँट ऊँटनी शेर शेरनी जाट जाटनी

तत्सम संज्ञा शब्दों के अंत में ‘आ’ जोड़कर :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
कांत कांता चंचल चंचला तनय तनया
आत्मज आत्मजा अनुज अनुजा प्रिय प्रिया
पूज्य पूज्या वृद्ध वृद्धधा शिष्य शिष्या
श्याम श्यामा कृष्ण कृष्णा सुत सुता

तत्सम संज्ञा शब्दों में ‘इका’ जोड़ने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
अध्यापक अध्यापिका गायक गायिका सेवक सेविका
नायक नायिका दर्शक दर्शिका पाठक पाठिका
संपादक संपादिका सहायक सहायिका संयोजक संयोजिका
लेखक लेखिका परिचायक परिचायिका संचालक संचालिका

तत्सम शब्दों में ता का ‘त्री’ करने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
दाता दात्री विधाता विधात्री अभिनेता अभिनेत्री
धाता धात्री नेता नेतात्री निर्माता निर्मात्री
वक्ता वक्त्री कर्ता कर्त्री अधिवक्ता अधिवत्री

तत्सम शब्दों में ‘मान’ और ‘वान’ का क्रमशः ‘मती’ और ‘वती’ करने से :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
भगवान भगवती बलवान बलवती पुत्रवान पुत्रवती
रूपवान रूपमती ज्ञानवान ज्ञानवती बुद्धिमान बुद्धिमती
श्रीमान श्रीमती सत्यवान सत्यवती गुणवान गुणवती
आयुष्मान आयुष्मती भाग्यवान भाग्यवत शीलवा शीलवती

‘इनी’ प्रत्यय जोड़ने से (‘अ’ और ‘ई’ का ‘इनी’ या ‘इणी’ होना) :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
स्वामी स्वामिनी तपस्वी तपस्विनी एकाकी एकाकिनी
यशस्वी यशस्विनी हाथी हथिनी अभिमानी अभिमामिनी

नित्य पुल्लिंग तथा नित्य स्त्रीलिंग शब्दों में क्रमंशः मादा तथा नर जोड़ने से :

नित्य पुल्लिंग स्त्रीलिंग नित्य पुल्लिंग स्त्रीलिंग
तोता मादा तोता कोयल नर कोयल
भेड़िया मादा भेड़िया मक्खी नर मक्खी
खरगोश मादा खरगोश मछली नर मछली
मच्छर मादा मच्छर छिपकली नर छिपकली
कौआ मादा कौआ मैना नर मैना

हिंदी में कुछ पुल्लिंग शब्द अपने स्त्रीलिंग से भिन्न होते है :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंक
पुरुष स्त्री वर वधू राजा रानी
पति पत्नी भाई बहन बैल गाय
विधुर विधवा वीर वीरांगना कवि कवयित्री
पुत्र पुत्रवधू बिलाव बिल्ली सम्राट सम्राज्ञी
पिता माता विद्वान विदुषी फूफा बुआ

कुछ सर्वनाम शब्दों का लिंग परिवर्तन इस प्रकार होता है :

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
उसका उसकी इनका इनकी मेरा मेरी
तेरा तेरी हमारा हमारी तुम्हारा तुम्हारी