ब्लैक फंगस को लेकर सरकार ने जारी की एडवाइजरी !
सरकार ने ब्लैक सोंग्स को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है इसमें कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण के उपरांत ब्लैक फंगस चेहरे नाक साइनस आंख और दिमाग में फैलकर उसका नष्ट उनको ना कर देती है।
कोविड-19 के बाद ब्लैक संघर्ष ने पूरे देश में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
कैसे हो सकता है :-
- कॉमेंट के दौरान स्टेरॉयड दवा दी गई हो। डेक्सामीथेजोन, मिथाइल प्रेडनिसोलोन इत्यादि।
- मरीज को ऑक्सीजन पर रखना पर हो या आईसीयू में रखना पड़ा हो।
- डायबिटीज का अच्छा नियंत्रण ना हो।
- कैंसर किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि के लिए दवा चल रही हो।
क्या है लक्षण :-
- चेहरे पर एक तरफ दर्द हो ,सूजन हो या सुन हो ,छूने पर छूने का एहसास ना हो
- दांत में दर्द हो ,दांत हिलने लगे, दबाने में दर्द हो।
- उल्टी में या खास ने पर बलगम में खून आये।
क्या करें :-
उपयुक्त में से कोई भी लक्षण होने पर तत्काल सरकारी हस्पताल में या किसी अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं नाक कान गले आंख मेडिसिन चेस्ट या प्लास्टिक सर्जरी विशेषज्ञ से तुरंत दिखाएं और लग कर इलाज शुरू करें।
सावधानियां :-
- स्वास्थ्य किसी गैर विशेषज्ञ डॉक्टर के ,दोस्त मित्र या रिश्तेदार के कहने पर स्टेरॉयड दवाई जैसे डेक्सोना मेमेंडोल इत्यादि।
- स्टेरॉयड का प्रयोग विशेषज्ञ डॉक्टर कुछ ही मरीजों को केवल 5 -10दिनों के लिए देते हैं वह भी बीमारी शुरू होने के 10 5से 7 दिनों बाद केवल गंभीर मरीजों को इसके पहले बहुत सी जांच अवश्य आवश्यक है।
- लक्षण के पहले 5से 7दिनों में स्टेरॉयड देने से दुष्परिणाम होते हैं। बीमारी शुरू होने ते होते ही स्टेरॉयड शुरू ना करें। इससे बीमारी बढ़ जाती है।
- इलाज शुरू होने पर डॉक्टर से पूछे कि इन दवाई में सस्टेरॉयड तो नहीं है। अगर है तो ये दवाइयां मुझे क्यों दी जा रही है स्टेरॉयड शुरू होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर के नियमित संपर्क में रहें।
इस जानकारी को खुद तक ना रखें इसे अपने सभी परिवार और दोस्तों और सभी के साथ शेयर करें आपको नहीं पता कि इस जानकारी को शेयर करके आप कितनी जान बचा रहे हैं इसे शेयर करें और लोगों की मदद करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को जानकारी हो सके एवं ब्लैक संगत से बचाव हो।
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