National Education Policy cometition 2020
नई शिक्षा नीति NEP (निबंध)
नई एजुकेशन पॉलिसी नेशनल लेवल पर एक ऐसे कम्पटीशन करा रही है जिसमें सारे बच्चे यानि कि स्टूडेंट पार्टिसिपेट कर सकते है यहाँ तक कि कॉलेज स्टूडेंट अंडर ग्रेजुऐट परपोस्ट ग्रेजुऐट और इंडिया का कोई भी सिटीजन इस ऐसे कम्पटीशन में पार्टिसिपेट कर सकता है। ये न्यू एजुकेशन पॉलिसी जो हमारी जुलाई में आई थी ये ऐसे कम्पटीशनइसलिए करा रही है फर्स्ट वाले को 10000 सेकंड को 5000 और थर्ड को 3000 और उसके अलावा भी जिनकी 10 बेस्ट एंट्री होगी उनको 1000 दिया जायगा और क्योंकि ताकि हर भारतीय नागरिक को न्यू एजुकेशन पॉलिसी नई शिक्षा नीति के बारे में पता चल सके यानि कि इससे वे और ज्यादा अवेयर हो सके इसमें क्या क्या चेनजिस हुए है तो इसलिए जितने वाले को कैश प्राइज दिया जायगा नेशनल लेवल पर फर्स्ट सेकंड और थर्ड आएंगे उनको गोल्ड सिल्वर ब्रोंच मैडल भी दिया जायगा तो हर कैटेगरी के लिए अलग – अलग प्राइस य नहीं हे के बस ऑलओवर में आएंगे उनको ही प्राइस मिलेंगे ये कम्पटीशन बिलकुल फ्री होते है इसलिए आपको कोई भी पैसे नहीं देने यानि कि आप ऐसे ही MMYEP की वेबसाइड पे जाके इसमें पार्टिसिपेट कर सकते है। इसमें चार पॉइंट कौन से है
भारत केंद्रिक शिक्षा
1- सामग्र शिक्षा
2- ज्ञान आधारित समाज
3- गुणत्तापूर्वा शिक्षा
इसमें कम्पटीशन करने के लिए आप इसको पढ़े ये कैसे करना है इसके चार पॉइंट है। और उन्हें एस्से लिखना नहीं आता है वो इसे जरूर पढ़ लें
” विधार्थी करे अपने सपने साकार ,
नई शिक्षा नीति का यही आधार ”।
प्रस्तावना :– हमारा देश प्राचीनकाल से ही शिक्षा का केंद्र रहा है। भारत में शिक्षा का समृद्ध और दिलचस्प इतिहास रहा है। शिक्षा के माध्यम से ही हम सभी सपनो को पूरा कर सकते है। शिक्षा ही एकमात्र ऐसा जरिमा है जिस से जीवन को नमी दशा और दिशा मिलती है। वर्तमान में वही देश सबसे शक्तिशाली है जिसके पास ज्ञान की शक्ति है।
शिक्षा का महत्व :– जैसा की हम सभी जानते है कि शिक्षा हमारे जीवन के लिए बहुत महत्व्पूर्ण है। प्राचीन काल से भारत समाज के पूर्ण विकास के लिए शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक रहा है। आजकल हर वस्तु के लिए शिक्षा मूलभूत आवश्यकता है। शिक्षा बचपन से प्रांरभ होती है और पूर जीवन भर जारी रहती है।
व्यक्ति जितना अधिक शिक्षित होता है उतना ही उनके जीवन में सफलता की संभावना बढ़ती इसके अतिरिक्त शिक्षित व्यक्ति को समाज में सम्मान जनक दृष्टि से देखा जाता है। अच्छी शिक्षा के साथ हम एक महान पदवी हासिल कर अपने भविष्य को उज्जवल कर सकते है।
ठीक होंगे अंधशिक्षा के रोगी ,
अब गुणवत्ता अपनी शिक्षा में होगी ”।
ज्ञान आधारित समाज :- यदि अपने भारत को विकसित बनाना है तो इसके लिए सर्वप्रथम ज्ञान आधारित समाज की स्थापना करनी होगी। शिक्षित समाज का निर्माण हम तभी कर पाएंगे जब सभी लोग अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। परिवार से ही समाज बनता है इसलिए यदि परिवार शिक्षित होगा तो समाज स्वंय ही शिक्षित हो जायेगा।
गुणत्तापूर्वा शिक्षा:– शिक्षा की गुणवत्ता स्वंय में एक महत्व्पूर्ण तत्व है। देश के शिक्षा संबधी सर्वेक्षण के अनुसार शिक्षा के साथ विधार्थी का स्तर भी अपेक्षा से कम है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सभी का सक्रीय सहयोग लेना बेहद जरूर है। इसके अतिरिक्त शिक्षण विधियों में भी कमियों को दूर करने की जरुरत है। तभी जाकर हमारे देश के बच्चे को गुणत्तापूर्वा शिक्षा प्राप्त होगी।
निष्कर्ष :- परिवार समुदाय और देश को बड़े स्तर पर ले जाने के लिए मानव समाज के हर स्तर पर शिक्षा की अहम भूमिका होती है। शिक्षा के माध्यम से हम सब मिलकर अपने देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करा सकते है। अतः हमे अन्य सुधारो के साथ-साथ उचित प्रशासन मनको , सरकार द्वारा पर्याप्त प्रोत्साहन और चैक व बैलेंस की नीति अपनानी होगी।
शिक्षा से ज्ञान का दीप जलाएंगे ,
भारत के भविष्य को उज्जवल बनाएंगे ”।
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