पैनफ़ुल वैरिकोज वेन्स (पैर की नीली नसों में भयंकर सूजन और दर्द) का इलाज
पैर में होने वाली सूजन, पैरों की नीली नसों में होने वाली सूजन और दर्द बहुत भयंकर होता है। यह समस्या तब होती है जब नसें चौड़ी, बड़ी या फिर ज़्यादा खून भर गया हो। यह समस्या सर्दियों में ज़्यादा होती है और ज़्याद भयंकर हो जाती। इस समस्या को वैरकोज वेन्स कहा जाता है और वेरकोसाइटिस भी कहा जाता है। यह समस्या बहुत बड़ी होती है। इसका घरेलु उपाय करने से होगा लाभ। तो चलिए जानते है, वैरकोज वेन्स का इलाज।
- क्या होता है वैरकोज वेन्स या वेरिकोसाइटिस?:-
शरीर के सर्क्युलेटरी सिस्टम में वेन्स नमक वेसल ब्लड को दिल तक पहुँचाती है। वेन्स में वाल्व होते है, जो खून को दिल तक पहुंचने में सहायता करते है। जब वाल्व कमजोर हो जाती है तो खून शरीर में रुकने लगता है और एक जगह पर जमा होने लगता है, जिस कारण वेन्स सूजने लगती है। इसी को वेरिकोज वेन्स समस्या कहा जाता है।
- वैरिकोज वेन्स समस्या के लक्षण:-
- नीली नसों में गट्ठे बन जाना।
- पैर में सूजन होना।
- त्वचा में अल्सर होना।
- मास – पेशियों में जकड़न।
- वेरीकेज वेन्स का कारण:-
- ज़्यादा मोटापा
- दिनचर्या
- खान – पान
- हॉर्मोन्स में बदलाव
- बढ़ती आयु
- जीन्स की समस्या
- इनका करें सेवन:-
- गिलोय, मूली का जूस पियें।
- अदरक, प्याज, नींबू, हल्दी के रस में शहद डाल कर सेवन करें।
- पुनर्नवादि मंडूर और कैशोर गुग्गुल भोजन करने के बाद दो गोली लें।
- भोजन के कम से कम 40 मिनट बाद पानी पियें।
- एलोवेरा का जूस पियें।
- संतरा, नींबू, लहसुन, अखरोट, शलजम, फल आदि का सेवन करें।
- वैरीकेज वेन्स से छुटकारा पाने के लिए इन आसान को अपनाएं:-
- सूर्यनमस्कार:-
- उत्तानपादासन:-
- पवनमुक्तासन:-
- अर्द्ध हलासन:-
- नौकासन:-
- शीर्षासन:-
- इस पर ध्यान दें:-
- भोजन में नमक कम रखें।
- वजन को ज़्यादा बढ़ने न दें।
- भोजन के बाद सेर करें।
- रात को जल्दी भोजन कर लें।
- प्रतिदिन व्यायाम करें।
- टाइट कपडे न पहने।
- दूध को भोजन के एक घंटे बाद ही पियें।
- ज़्यदा ऑयली भोजन न करें।